


झाबुआ के पैलेस गार्डन में 14 सितंबर, रविवार को एमेज्यूर स्पोर्ट्स किक बॉक्सिंग एसोसिएशन मप्र. के सहयोग से तथा मार्शल आर्ट एसोसिएशन ऑफ झाबुआ के नेतृत्व में खेलों इंडिया अस्मिता किक बॉक्सिंग वूमन लीग 2025 का भव्य आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में जिले के खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया और जिले का मान-सम्मान ऊँचा किया।
हमारे व्यायामशाला की उभरती हुई प्रतिभा प्रियांशी गुड़िया ने प्रतियोगिता में भाग लेते हुए म्यूजिक पर लाठी घुमाने की विधा में बेहतरीन कौशल का प्रदर्शन किया और प्रथम स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसी प्रकार जिले की एक और होनहार खिलाड़ी तथा बेस्ट पावरलिफ्टर नेशनल खिलाड़ी नानूडी चारेल ने भी अपने वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए लाठी घुमाना प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल हासिल किया।
खिलाड़ियों की इस ऐतिहासिक सफलता ने न सिर्फ झाबुआ जिले का, बल्कि पूरे जय बजरंग व्यायामशाला का नाम गौरवान्वित किया। इस अवसर पर कोच श्री गुलाब सिंह गुड़िया स्वयं मौजूद रहे और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें खेलों में और अधिक उत्कृष्टता की ओर प्रेरित किया।
इस जीत को व्यायामशाला ने स्वर्गीय श्री सुशील वाजपेयी जी को समर्पित किया, जिनकी खेल और सामाजिक योगदान की स्मृतियाँ आज भी हर विद्यार्थी और खिलाड़ी के दिलों में जीवित हैं। स्व. वाजपेयी जी सदैव युवाओं को अनुशासन, मेहनत और राष्ट्रसेवा का पाठ पढ़ाते रहे। उनका सपना था कि झाबुआ के बच्चे और युवा खेल व शिक्षा दोनों में आगे बढ़कर जिले और प्रदेश का नाम रोशन करें। आज प्रियांशी और नानूडी की जीत उसी सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
खिलाड़ियों की इस उपलब्धि पर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। सभी ने विजेता खिलाड़ियों को ढेरों शुभकामनाएँ दीं और संकल्प लिया कि आने वाले समय में झाबुआ के युवा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का परचम लहराएँगे। कार्यक्रम का समापन जय श्री राम के उद्घोष और स्व. श्री सुशील वाजपेयी को शत-शत नमन के साथ किया गया।
इस मौके पर राजेंद्र यादव, श्री यशवंत भंडारी, श्री दिनेश सक्सेना, श्री संजय काठी, श्री नीरज राठौर, श्री प्रदीप रूनवाल, श्रीमती सुनीता सुशील वाजपई , श्रीमती भारती सोनी ,शक्ति युवा मंडल, रोटरी क्लब, सामाजिक महासंघ, खेल विभाग, l
वार्ड 1 की पार्षद रेखा अश्विन शर्मा, मनीष व्यास, उमंग सक्सेना, प्रकाश चौहान ने शुभकामनाएं दी। खिलाड़ियों ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय स्वर्गीय सुशील वाजपेयी के मार्गदर्शन को भी दिया, जिनकी प्रेरणा से वे यहां तक पहुंचे।